Last Updated: Saturday, October 19, 2013, 20:42
उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि नीरा राडिया की टैप की गयी बातचीत से सामने आये मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज और उनके भाई अनिल अंबानी की एडीएजी और टाटा समूह जैसे शीर्ष औद्योगिक घरानों पर दिखाई गई कथित कृपादृष्टि, दलालों की कार्यशैली, उड्डयन क्षेत्र में दलाली, यूनीटेक के शेयरों में हेराफेरी, कर अधिकारियों को गैरकानूनी तरीके से रिश्वत देने जैसे तथ्यों की केन्द्रीय जांच ब्यूरो जांच करेगा।