Last Updated: Sunday, December 15, 2013, 18:53
अन्ना हजारे द्वारा राज्यसभा में पेश सरकारी लोकपाल बिल पर सहमति जताने के बाद उनके पूर्व सहयोगियों ने सरकारी लोकपाल को खारिज कर दिया। शनिवार को आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने इसे जोकपाल करार दिया था। उसके बाद रविवार को आप के ही एक नेता प्रशांत भूषण ने कहा, सरकारी लोकपाल भ्रष्टाचार खत्म नहीं कर सकता।