Last Updated: Sunday, December 15, 2013, 19:28
एक झाडू को महज 50 सेकेंड में तिनकों में बदल देने वाली मशीन, लॉन की घास काटने वाली मशीन के ढांचे पर सिंचाई यंत्र, तीन रुपए की लागत में बोतलबंद स्वच्छ पेयजल। ये विचार और आविष्कार भारतीय कालेजों के कुछ होनहार विद्यार्थियों के हैं जो गुड़गांव के आईएसईईडी द्वारा युवाओं की उद्यमशीलता को लेकर आयोजित राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा के फाइनल में पहुंचे हैं।